- Book Title : श्री धूमावती साधना और सिद्धि ( Sri Dhumavati Sadhana Aur Siddhi )
- Author : Sri Yogeshwaranand Ji and Sumit Girdharwal Ji
- Publisher : Astha Prakashan Mandir (2019)
- About Book :
- यदि किसी व्यक्ति को विशिष्ट पूजा एवं अनुष्ठान आदि करने पर भी कोई फल प्राप्त नहीं हो रहा है तो इसका तात्पर्य यह है कि उसके ग्रहों की मारकेश दशा चल रही है , अपने प्रारब्ध का फल उसे भोगना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में उसे धूमावती महाविद्या का आश्रय लेना चाहिए।
- धूमावती की साधना रात्रि काल में ही की जाती है। इन देवी का स्वरुप बड़ा विचित्र है। इनके शरीर का आकर स्थूल है। केश रूखे सूखे हैं , वेश मलिन है , दोनों स्तन नीचे की और लटके हुए हैं , झुके हुए हैं जैसे किसी वृद्धा स्त्री के होते हैं।
- वैसे तो साधारणतया सभी प्रकार की मनोकामनाएं लेकर धूमावती की साधना की जाती है, परन्तु दरिद्रता को दूर करने के लिए , कर्ज से छुटकारे के लिए , किसी को कर्ज दिया हो और वो पैसा वापिस न दे रहा हो , कोई आपको अकारण सता रहा हो , आपकी जमीन मकान पर कब्ज़ा किये बैठा हो , अनाधिकृत रूप से आपका हक मार रहा हो , घर मे हमेशा दरिद्रता वीरानगी बनी रहती हो , सब कुछ होते हुए भी संतान की प्राप्ति न होना आदि - जब ऐसी स्थितियां दिखायी दें तो भगवती धूमावती की उपासना करना अत्यन्त ही हितकारी होता है। किसी के द्वारा कोख बंधन कर दिया गया हो, आपका व्यावसायिक प्रतिष्ठान बांध दिया गया हो , रोजगार आमदनी बांध दी गयी हो , मित्र से, अधिकारी से, घर के लोगों से विद्वेषण उच्चाटन करा दिया गया हो तो इसके लिए इन भगवती की उपासना करनी चाहिए।
Book Details | |
Author | Sri Yogeshwaranand & Sumit Girdharwal |
Language | Hindi and Sanskrit |
Sri Dhumavati Sadhana Aur Siddhi in Hindi and Sanskrit By Sri Yogeshwaranand Ji ( श्री धूमावती साधना और सिद्धि )
- Brand: Astha Prakashan Mandir
- Product Code: Sri Dhumavati Sadhana Aur Siddhi
- Availability: In Stock
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₹300.00